आज के इस आर्टिकल में हम मनोविज्ञान क्या है ? के बारे में जानेंगे .मनोविज्ञान क्या है को हिंदी में जानेंगे में ,मनोविज्ञान जिसे अंग्रेजी में साइकोलॉजी कहते हैं ,मनोविज्ञान या साइकोलॉजी शब्द का प्रयोग प्राय: हम दैनिक जीवन में करते रहते हैं पर क्या मनोविज्ञान का मतलब आपको पता है ,अगर नही तो ये आर्टिकल आपके लिए ही है ,सामान्य तौर पर मनोविज्ञान दुसरे की भावनाओं को समझने का एक तरीका है, साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे UPSC,STATE PCS,RRB,NTPC,SSC,VYAPAM एवं अन्य प्रवेश परीक्षाओं में भी मनोविज्ञान से जुड़े प्रश्न पूछे जाते हैं इसलिए इस पोस्ट को पूरा जरुर पढ़ें |
Psychology in Hindi Types, Definition 2022
No.-1. मनोविज्ञान की परिभाषा (Definition of Psychology)
No.-2. साइकोलॉजी के प्रकार (Types of Psychology in Hindi)
No.-1. मनोविज्ञान की परिभाषा(Definition of Psychology):
मनोविज्ञान या साइकोलॉजी, मानव मस्तिष्क और उसके कार्यों के अध्ययन का वैज्ञानिक तरीका है. साइकोलॉजी दिमाग और व्यवहार की विज्ञान है. यह मनुष्य की चेतना और अवचेतना अवस्थाओं का अध्ययन है |
No.-2. साइकोलॉजी के प्रकार | Types of Psychology in Hindi
No.-1. पर्सनल साइकोलॉजी
No.-2. सोशल साइकोलॉजी
No.-3. जैविक साइकोलॉजी
No.-4. क्लिनिकल साइकोलॉजी
No.-5. फॉरेंसिक साइकोलॉजी
No.-6. इंडस्ट्रियल साइकोलॉजी
No.-7. तुलनात्मक साइकोलॉजी
जैसा कि हमने आपको बताया कि साइकोलॉजी एक विस्तृत विषय है और क्षेत्र विशेष के गहन अध्ययन के लिए साइकोलॉजी को कई विषयों में बांटकर देखा जाता है. यहाँ हमने साइकोलॉजी अध्ययन की कुछ विशेष शाखाओं के बारे मैं बताया है.
No.-1. पर्सनल साइकोलॉजी (personal psychology):-पर्सनल साइकोलॉजी की इस शाखा में इंसान के व्यक्तित्व, सोचने के तरीकों, व्यवहार में बदलाव और इसके कारणों जैसे विषयों पर अध्ययन और रिसर्च किया जाता है.
No.-2. सोशल साइकोलॉजी (social psychology):- सोशल साइकोलॉजी में इंसानों के एक बड़े समूह या पूरे समाज के विकास, व्यवहार, सोच, इत्यादि के पैटर्न को समझने की कोशिश की जाती है
No.-3. जैविक साइकोलॉजी (biological psychology):– जैविक साइकोलॉजी में यह अध्ययन किया जाता है कि शरीर में जैविक बदलाव और जैविक प्रक्रियाएं हमारे दिमाग को कैसे प्रभावित करती हैं.
No.-4. क्लिनिकल साइकोलॉजी (clinical psychology):- यह साइकोलॉजिकल स्टडी दिमागी बीमारियों और मानसिक रोगों को समझने और उनका इलाज करने में सहायक होती है.
No.-5. संज्ञानात्मक साइकोलॉजी (cognitive psychology):-संज्ञानात्मक साइकोलॉजी में मनुष्य के सोचने के तरीकों, निर्णय लेने के तरीकों, यादों और समस्या सुलझाने के पैटर्न के बारे में अध्ययन किया जाता है.